सन् 1994 में फिलीपींस में हुई 43वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता की पहली बार भारत से सुष्मिता सेन विजेता बनी थी। सुष्मिता ने इसी साल में सुंदरी के दो अवार्ड जीते थे।

उन्होंने मिस इंडिया और मिस यूनिवर्स का ख़िताब हासिल किया था। सुष्मिता मिस इंडिया की इस प्रतियोगिता में ऐश्वर्या राय को हराकर विजेता बनी थी।

मिस इंडिया 1994 में सुष्मिता और ऐश्वर्या दोनों ही सामान स्तर पर थी।

अब विनर का निर्णय करने के लिए दोनों से ये सवाल पूछा गया था कि- ‘अगर आप किसी ऐतिहासिक घटनाक्रम को बदलना चाहे तो वो क्या होगा?‘

इस पर ऐश्वर्या ने जवाब देते हुए कहा- ‘अपने जन्म का समय’, जबकि सुष्मिता का जवाब था- ‘इंदिरा गाँधी की मृत्यु’। अंत में सुष्मिता सेन ने मिस इंडिया 1994 का ख़िताब अपने नाम कर लिया

मिस यूनिवर्स के कॉम्पिटिशन में सुष्मिता से लास्ट राउंड में एक बहुत ही अहम् सवाल पूछा गया था। उनसे पूछा गया था कि- ‘भारत में प्यार ही जीवन का सार है इसे आप कैसे परिभाषित करेंगी?’

इसका बहुत ही प्यारा जवाब देते हुए सुष्मिता ने कहा- ‘भारत में अलग अलग धर्म, संप्रदाय और बोली बोलने वाले लोग बड़े ही प्यार से रहते हैं। इसीलिए इन सभी को बांधे रखने में प्यार ही महत्वपूर्ण है’।

सुष्मिता का ये जवाब सुनते ही वहाँ का माहौल तालियों से गूँज उठा था। सब ने सुष्मिता की सोच की और उनके आत्मविश्वास की सराहना की।

इन सवालों के जवाब के बाद ही विनर का निर्णय होता है। इन सवालों के जवाब में ये देखा जाता है कि इनका जवाब आत्मविश्वास भरा हो और एक सही सोच को दर्शाता हो।