आज भारत को आजाद हुए लगभग 75 साल हो चुके हैं और आजादी के इतने साल बाद भी आज हमारे देश के सामने अनेक चु’नौतियां हैं. आजाद मुल्क होने के बावजूद भी आज उन लोगों के पास पर्याप्त संसाधन नहीं है और शिक्षा के साथ ही साथ लोगों में रोजगार की भी भारी किल्लत है.
तो आइए जानते हैं कि आज के मुकाबले आजादी के दौर का हमारा भारत कैसा था? उस समय के लोग कैसे थे? अगर बात करें भारत की साक्षरता दर की तो आज भारत में लगभग 78% साक्षरता दर है, लेकिन आजादी के दौर में यह केवल 12% थी. 12% केवल वह लोग थे जो पढ़ और लिख सकते थे बाकी अच्छे पढ़े-लिखे लोग इससे भी कम थे.
उस समय देश में लगभग 5000 हाईस्कूल और 600 कॉलेज थी. आजादी के दौर में रेलवे ने देसी रजवाड़ों और प्राइवेट कंपनियों के अंतर्गत आता था इसीलिए रेलवे का विस्तार कुछ खास नहीं था. आजादी के तुरंत बाद ही रेलवे का राष्ट्रीयकरण किया जा सका और आज भारतीय रेलवे दुनिया के बेस्ट रेलवेज में से एक है.
अगर बात करें लोगों का सबसे पसंदीदा टॉपिक यानी की पेट्रोल डीजल के भाव, तो मित्रों शायद आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आजादी के दौर में भारत में पेट्रोल केवल 41 पैसे प्रति लीटर था. यह रकम आज के आंकड़ों को देखकर काफी कम प्रतीत होती हैं.
आजादी के दौर की सबसे खास बात यह थी कि उस समय भारत में प्रचुर मात्रा में हवाई जहाज मौजूद थी. यह काफी दिलचस्प है कि 1947 में भारत में इंडियन नेशनल एयरवेज, अंबिका एयरवेज, डेक्कन एयरवेज, भारत एयरवेज, हिमालय एयरवेज, जुपिटर एयरवेज जैसी कई बड़ी कंपनियां मौजूद थी. उस समय देश में कुल 15 एयरपोर्ट थे.
आजादी के दौर में 26 पैसे में अच्छी क्वालिटी के चावल मिल जाया करते थे और शक्कर के भाव उस समय कुछ 57 पैसे प्रति किलो के आसपास थे. भारतीय मुद्रा भी उस समय काफी सशक्त थी क्योंकि आजादी के वक्त 3.13 रुपया $1 के बराबर था.
आजादी के वक्त केरोसिन लगभग 23 पैसे प्रति लीटर था और 55 किलो सीमेंट के भाव ₹3 थे. उस समय सोने के दाम ₹103 प्रति तोला थे जो उस समय के हिसाब से काफी महंगा था. हालांकि इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि उस वक्त भारत की औसत सालाना आय लगभग ₹265 थी जो कि काफी कम थी. इस वजह से उस दौर के लोगों को यह कीमतें भी काफी ज्यादा लगती थी.