B Praak की कहानी: मात्र 30 रुपये मिलती थी जेब खर्ची, आज बन गए बॉलीवुड के सबसे बड़े सिंगर

आज बी प्राक (B Praak) म्यूजिक इंडस्ट्री (Music Industry) के जाने-माने सितारे है जिन्हें लोग बहुत पसंद करते है। बी प्राक (B Praak) टॉप सिंगर्स (Singers) में से एक है जिनके गानों का लोग बेसब्री से इंतज़ार भी करते है। हम सभी ने बी प्राक (B Praak) को ऊँचाइयाँ छूते तो देखा है परन्तु उन्होंने यह सफलता कैसे पाई इस बारे में बहुत कम लोग जानते है।

बी प्राक (B Praak) का असली नाम प्रतीक बचन है। यह एक म्यूजिक डायरेक्टर कंपोजर व सिंगर भी है। चंडीगढ़ में जन्मे बी प्राक (B Praak) का तालूक एक म्यूजिकल बैकग्राउंड से ही है। यह शुरू से ही एक गायक बनना चाहते थे और इन्होंने इस बारे में अपनी माँ को भी बताया था परन्तु इनके पिता चाहते थे कि यह सिंगर नहीं म्यूजिक डायरेक्टर बने।

पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री (Punjabi Music Industry) में आने ऐसे पहले इन्होंने 10 साल गायकी को सीखा था। क्योंकि इनके पिता खुद एक डायरेक्टर थे तो वह भी इन्हें सिखाते थे। पिता का इस इंडस्ट्री में होते हुए भी यह सफर बी प्राक के लिए आसान नहीं था। पिता चाहते थे कि बेटा अपने नाम पर कुछ बने और सफलता हासिल करें।

2 साल तक बी प्राक के पिता उन्हें केवल 30 रुपये प्रतिदिन देते थे। कुछ रुपये आने जाने के तो 10 रुपये कुछ खाने के। इनके पिता का मानना था कि यदि कोई तप कर उभरता है तभी रोशन हो पाता है। 30 रुपये के साथ वह ऑडिशन देने जाते थे। बहुत बार तो ऐसा होता था कि लोग इनके साथ काम करना ही नहीं चाहते थे और इन्हें काम नहीं मिल पाता था।

बहुत साल पहले एक अमेरिकन (American) शराबी एल्बम के प्रोजेक्ट के लिए इनकी मुलाकात जानी (Jaani) और हार्डी संधू (Hardy Sandhu) से हुई साथ ही अरविंदर खेरा भी उनको उन दिनों मिले। इन चारो की जोड़ी मिलना ही इनके करियर का एक अनोखा मोड़ था। हालाँकि जिस प्रोजेक्ट के लिए यह मिले थे वह हो ही नहीं पाया था।

परन्तु इनकी मुलाकात आगे काफी अच्छी साबित हुई थी। इन चारों ने मिल कर पहला गाना ‘सोच तो परे’ बनाया था। जिसमें जानी ने वह गाना लिखा, बी प्राक ने म्यूजिक दिया, हार्डी संधू ने गाया और अरविंदर खैरा ने गाने को डायरेक्ट किया था। वह गाना लोगों को बहुत पसंद भी आया था। इस गाने ने इन चारों की जिंदगी हमेशा हमेशा के लिए बदल दी।

बी प्राक ने उस समय अपना नाम प्रेकि कर लिया था। फिर जानी और हार्डी संधू ने उनका नाम बदल कर बी प्राक किया। बी प्राक का पहला गाना ‘मन भरर्या (Mann Bharrya)’ था। इस गाने को पहले हिंदी में लिखा गया था परन्तु बी प्राक ने इस गाने को पंजाबी में गाया। लोगों ने उनसे इस गाने को खरीदने की बहुत कोशिश की परन्तु बी प्राक इस गाने को खुद ही गाना चाहते थे। यह गाना इतना अच्छा लगा लोगों को कि इस गाने से आज तक लोगों का मन नहीं भरा।

बी प्राक ने नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ “बारिश की जाए” और अक्षय कुमार के साथ “फिलहाल” सॉन्ग किये है। जो कि सुपरहिट रहे है। बी प्राक के ‘फ़िलहाल’ गाने पर 1 बिलियन से भी अधिक व्यूज आ चुके है।

उन्हें अपने गाने के लिए नेशनल अवार्ड भी मिले है। जिस इंसान ने 30 रुपये प्रति दिन से शुरुआत की थी आज उसके गाने को 300 मिलियन पार चले जाने में वक़्त नहीं लगता है। बी प्राक ने बड़े-बड़े कलाकारों को म्यूजिक दिया और गाने बनाये थे। आज वह खुद अपने गानों के चलते लोग के दिलो पर राज करते है।