पिता की मौत के बाद 11 वर्षीय बेटे अंशदीप ने चलाया रेस्टोरेन्ट, अमृतसर के टॉप रेस्टोरेन्ट मे है शुमार

दिक्कत-परेशानियां हर व्यक्ति के जीवन में अवश्य है लेकिन व्यक्ति के अपनी परेशानियों से संघर्ष करने की उम्र अलग-अलग होती है. कोई बेहद कम उम्र में बेहद खराब परिस्थितियों में जूझता है तो कोई बुढ़ापे में संघर्ष करता है. लेकिन आज हम जिन दो बच्चों के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं उन्होंने बेहद कम उम्र में ऐसा कदम उठाया है कि लाखों लोगो की आंखें नम हो गई है.

हम बात करने जा रहे हैं पंजाब के रहने वाले 17 वर्षीय जशनदीप सिंह और उनके 11 साल के छोटे भाई अंशदीप सिंह की. अभी इन दोनों बच्चों की स्कूल भी पूरी नहीं हुई थी कि दोनों के सर से पिता का साया उठ गया. पिता की मौत के बाद ही उनके बसाए हुए फैमिली रेस्टोरेंट की जिम्मेदारी भी घर के अन्य सदस्यों पर आ गई.

लेकिन इन बच्चों ने अपने पिता द्वारा स्थापित किए गए रेस्टोरेंट को बंद करने के बजाय स्वयं उसे चलाने का फैसला किया. गौरतलब है कि इन बच्चों के पिता ने अमृतसर में टॉप ग्रिल नाम का रेस्टोरेंट स्थापित किया था.

इन दोनों बच्चों की यह बहादुरी भरी कहानी ट्विटर पर अमरजीत सिंह नामक युवक ने शेयर की थी. वीडियो के माध्यम से दोनों बच्चे बताते हैं कि वह किस तरह रेस्टोरेंट चलाने के लिए मेहनत कर रहे हैं!

दोनों ही भाई वीडियो में पिज़्ज़ा और सैंडविच तैयार करते हुए नजर आते हैं. बड़ा भाई बताता है कि पिता की मौत के बाद 26 सितंबर 2021 को उन्होंने रेस्टोरेंट की कमान संभाली थी जिसके बाद तमाम परेशानियों के बावजूद वह डटे हुए हैं.

जशनदीप सिंह कहता है कि ज्यादातर पैसे सामान लाने में खर्च हो जाते हैं लेकिन उनके पिता ने हमेशा उन्हें कभी उम्मीद ना छोड़ने की सीख दी है. अपनी पिता की सीख और गुरु गोविंद सिंह के आदर्शों पर चलते हुए वह हमेशा मेहनत करेंगे, जशन दीप सिंह आगे कहता है कि वह मेहनत करके हमेशा अपने हक का खाएंगे.

इस वीडियो में यह दोनों ही बच्चे दर्शकों से उनके रेस्टोरेंट पर आने की अपील करते हैं साथ ही यह कहते हुए नजर आते हैं कि वह उनके लिए साफ और लजीज खाने का प्रबंध करेंगे.