भैंस ने दूध नहीं दिया तो मालिक पहुंचा थाने: भैंस को लाकर बांध दिया थाने के सामने

हम हर दिन अजीबोगरीब और हास्यास्पद किस्से सुनते हैं, जिन्हें सुनकर और देखकर कई बार हम आश्चर्य में डूब जाते हैं जबकि कई बार हम अपनी हंसी नहीं रोक पाते. समाज में रोज एक के बाद एक नए रोचक किस्से और घटनाएं सामने आती है, जिन्हें पढ़ने का भी एक अपना अलग मजा है. आज की घटना भी ऐसी ही बेहद रोचक तथ्य हैं, जैसा शायद हमने पहले कभी ना सुना हो. यहां मध्य प्रदेश के भिंड जिले में भैंस का मालिक थाने में शिकायत लेकर पहुंच गया जब उसकी भैंस ने दूध नहीं दिया.

उसके बाद जो हुआ वह तो और भी रोचक है! जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के भिंड जिले में नया गांव निवासी बाबूराम शनिवार को नया गांव थाने में शिकायत लेकर पहुंचा. उसने शिकायत में बताया कि उसकी पालतू भैंस काफी दिनों से दूध नहीं दे रही है, उसने भैंस का दूध निकालने की तमाम कोशिशें की है लेकिन भैंस फिर भी दूध नहीं निकालने दे रही. बाबूराम की यह दुविधा सुनकर पुलिस प्रशासन थोड़ा अचरज में पड़ गया.

उनका सिर फिरने लगा क्योंकि वह ना तो ऐसी शिकायत पर लिख सकते हैं और ना ही वहां से बाबूराम को लताड़ सकते हैं. जिसके बाद बाबूराम ने बकायदा लिखित में आवेदन भी दिया. वह FIR लिखने के लिए जिद पर अड़ा रहा. लेकिन फिर भी पुलिस प्रशासन ने अपनी सूझबूझ के द्वारा मसले का हल निकाला. उन्होंने उस वक्त बाबूराम को समझाने की कोशिश की और घर पर जाकर दोबारा कोशिश करने की हिदायत दी.

काला जादू” करने का लगाया आरोप:– शिकायत में बाबूराम ने कहा कि उसकी पालतू भैंस हमेशा से बढ़िया दूध देती है. लेकिन अब दो-चार दिन से वह दूध नहीं दे रही है. उसका कहना है कि उसकी पालतू भैंस पर किसी ने नजर लगा दी है. उसका यह भी कहना है कि उसकी पालतू भैंस पर किसी ने काला जादू करवा दिया है. बाबूराम ने पुलिस प्रशासन से गुहार लगाई कि पुलिस उसकी काला जादू करने वाले व्यक्ति को ढूंढने में मदद करें.

लेकिन जब पुलिस प्रशासन ने बाबूराम को समझाया तब उस वक्त बाबूराम किसी तरह से अपने घर लौट गया. पुलिस को लग रहा था कि उनकी समझाइश से मामले का हल निकल गया है. लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हुई. कुछ समय बाद बाबूराम अपनी भैंस को साथ लेकर लौट गया. उसने अपनी भैंस थाने के सामने बांधी और पुलिस वालों से कहने लगा कि पुलिस प्रशासन उसकी दूध निकालने में मदद करें.

पुलिस वालों ने उसे समझाने की कोशिश की लेकिन वह कोई बात सुनने को तैयार नहीं था. मामले का हल निकालने के लिए पुलिस प्रशासन ने पास के वेटरनरी डॉक्टर से संपर्क किया. उन्होंने वेटरनरी डॉक्टर को थाने में बुलाया और भैंस का इलाज करने के लिए कहा. वेटरनरी डॉक्टर ने बाबूराम को समझाया कि भैंस को कोई बीमारी हो गई है इसलिए वह दूध निकालने नहीं दे रही. जिसके बाद वेटनरी डॉक्टर ने बाबूराम की दूध निकालने में सहायता भी की.

अपनी दुविधा का हल पाकर बाबूराम बेहद खुश हो गया. वह पुलिस प्रशासन और वेटरनरी डॉक्टर को धन्यवाद देने लगा. जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने उसे भैंस समेत वापस घर भेज दिया. नयागांव थाने की इस अनोखी घटना की जानकारी जब अधिकारियों को लगी तो उन्होंने नयागांव थाने के पुलिस अधिकारियों की सराहना की. उनका कहना था कि उन्होंने एक आम आदमी की दुविधा सुनी और उसे सुलझाया भी.

पुलिसकर्मी चाहते तो उसे भगा भी सकते थे क्योंकि यह किसी प्रकार का अपराध या घटना नहीं है. लेकिन फिर भी पुलिस अधिकारियों ने अपनी सूझबूझ के द्वारा भोले भाले बाबूराम की सहायता की, पुलिस कर्मियों का यह कदम हमारे प्रशासन के लिए एक मजबूत उदाहरण है जो कि यह दर्शाता है कि हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी समस्या में पुलिस प्रशासन जनता की सेवा के लिए सज्ज है.