क्या होती हैं पकडौ़आ शादी, बिहार में जिस के डर से लड़के घर से बाहर नहीं निकलते?

कुछ समय पहले ट्विटर पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कुछ लोग एक लड़के को पकड़कर जबरदस्ती शादी करवा रहे थे. सोशल मीडिया पर यह वीडियो काफी वायरल हुआ. जिसके बाद शायद लोगों को पकड़वा शादी का मतलब समझ में आने लगा.

यह वीडियो बिहार के समस्तीपुर जिले के मोरवा में रहने वाले एक लड़के का था जो अपनी बहन को छोड़ने उसके ससुराल गया था लेकिन वहां उसे जबरदस्ती पकड़ लिया गया, जबकि बाद में उसकी जबरदस्ती शादी भी करवा दी गई. लड़का बचने का खूब प्रयास करता है लेकिन उसे चारों तरफ से लठमार लोग पकड़कर उसकी शादी करवा देते हैं.

दरअसल यह कोई नई बात नहीं है. बिहार में पकड़ौआ शादी का ट्रेंड काफी पहले से रहा है, यह पुराने समय से ही जबरदस्ती शादियों का रिवाज रहा है. इस तरह की शादियों की झलक आपको टीवी पर भी कई शोज में देने देखने को मिल सकती है, जैसे कि अंतर्द्वंद, अतरंगी रे, भाग्य विधाता आदि.

लड़कों की क्यों करवाई जाती है जबरदस्ती शादी ?

दरअसल बिहार के कई क्षेत्रों में लड़की की शादी में बेहिसाब दहेज की मांग की जाती है. अगर वर पक्ष की इच्छा का दहेज ना मिले तो शायद लड़की से शादी करने को भी कोई तैयार नहीं होता.

अब सीधी सी बात है कि मुंह मांगा दहेज तो हर किसी के पास उपलब्ध नहीं हो सकता. ऐसे में उन लड़कियों की शादी नहीं हो पाती है और अपनी बेटियों की शादी करवाने के लिए लड़की वाले किसी भी लड़के को उठाकर उसकी जबरदस्ती शादी करवा देते हैं.

इन दिनों में बिहार में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब लड़के की जबरदस्ती शादी करवाई गई है. यहां मुख्य निशाने पर पढ़ाई करने वाले और नौकरी करने वाले लड़के होते हैं, इसी डर की वजह से शादियों के सीजन में यहां पढ़े-लिखे और नौकरी दार लड़कों को घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी जाती है.

ऐसे मामले दिनों दिन बढ़ भी रहे हैं. 2014 में ऐसे 2526 मामले सामने आए थे जिसके बाद 2015 में 3000, 2016 में 3070 और 2017 में 3405 मामले सामने आए थे.