आज कहां है YouTube के असली मालिक, किसने किया था यूट्यूब पर निर्माण?

दुनिया का सबसे बड़ा वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब जो गूगल के बाद दुनिया की दूसरी सबसे ज्यादा खोजी जाने वाली वेबसाइट है. आज दुनिया भर में 2.3 बिलियन एक्टिव यूजर्स वाला सालाना 19.7 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू पैदा करने वाला यूट्यूब गूगल कंपनी के अंतर्गत आता है. लेकिन इसका निर्माण जिन्होंने किया था दुनिया शायद अब उनको भूल गयी हैं.

किसने किया था यूट्यूब पर निर्माण ?

यूट्यूब का निर्माण 14 फरवरी 2005 को 3 जवान लड़कों ने मिलकर किया था. इनके नाम थे जावेद करीम, स्टीव चैन और चाड हरली. निर्माण के पश्चात जावेद करीम ने 23 अप्रैल 2005 को यूट्यूब पर पहला वीडियो डाला जिसका टाइटल था Me at the zoo, इस वीडियो को अब तक 221 मिलीयन व्यूज प्राप्त हो चुके हैं. निर्माण के पश्चात अक्टूबर 2006 में इन तीनों ने यूट्यूब को 1.6 मिलियन डॉलर में गूगल को बेच दिया.

कौन थे यह तीनों लड़के ?

1-जावेद करीम ( Jawed Karim) :– 5 अक्टूबर 1979 को जर्मनी में जन्मे जावेद के पिता बांग्लादेशी थे जबकि मां जर्मन थी. बचपन से ही पढ़ाई में बेहद दिलचस्पी रखने वाले जावेद ने अपनी ग्रेजुएशन से पहले ही PayPal कंपनी में जॉब पा ली थी.

इन्हें यूट्यूब बनाने का आईडिया तब आया जब वह इंटरनेट पर अपनी पसंद की वीडियो नहीं डाल सकते थे. तब उन्होंने निश्चय किया कि वह कोई ऐसी वेबसाइट बनायेंगे जहां वह अपनी मनपसंद वीडियो मर्जी से डाल सकते हैं.

2-चाड हर्ली (Chad Hurley):– 24 जनवरी 1977 को अमेरिका में जन्मे चाड हर्ली आर्ट्स में खास रूचि रखते थे. उन्हें बचपन से ही स्केच बनाने का शौक था. कुछ समय बाद ही उन्होंने कंप्यूटर पर भी ग्राफिक्स की सहायता से सुंदर स्केच बनाने शुरू कर दिए.

अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद चाड भी PayPal कंपनी में लोगो डिजाइनर के तौर पर काम करने लगे थे जहां उनकी जावेद करीम से मुलाकात हुई थी.

3-स्टीव चैन ( Steve Chen):– 25 अगस्त 1978 को ताइवान के ताइपे में जन्मे स्टीव जब थोड़े बड़े हुए तो उनका परिवार अमेरिका आ बसा. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद स्टीव फेसबुक में काम करने लगे थे लेकिन बाद में उन्होंने चीफ टेक्निकल ऑफीसर के तौर पर PayPal में काम करना शुरू कर दिया था.

इन तीनों ही दोस्तों ने PayPal कंपनी में काम करते हुए यूट्यूब का आईडिया खोजा और उसका निर्माण पूरा किया. निर्माण के बाद जावेद करीम को यूट्यूब में कोई ज्यादा दिलचस्पी नहीं थी क्योंकि वह उस समय अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहते थे और एक प्रोफेसर बनना चाहते थे.

बेचने के पश्चात जावेद करीम के हिस्से में यूट्यूब के सबसे कम शेयर्स आए थे क्योंकि जावेद करीम यूट्यूब में आगे काम नहीं करना चाहते थे. जबकि चाड हर्ली और स्टीव चेन कुछ समय के लिए यूट्यूब से जुड़े रहे थे. उस समय चाड हर्ली के हिस्से में 694087 शेयर्स आए जबकि स्टीव के हिस्से में 625366 शेयर्स आए. जावेद के हिस्से में उस समय 137443 शेयर आए.

अपनी मास्टर्स की पढ़ाई पूरी करने के बाद जावेद ने Y– Ventures नामक कंपनी की स्थापना की जो नए स्टार्टर को मेंटर करती है. जावेद आज भी इसी कम्पनी को चलाते है.

चाड ने 2010 तक यूट्यूब में काम किया और बाद में Avos System नामक कंपनी की स्थापना की इसके अलावा उन्होंने कई फुटबॉल क्लब में भी पैसे लगाए.

स्टीव 2011 तक यूट्यूब का हिस्सा बने रहे जिसके बाद उन्होंने भी Avos System में काम किया इसके अलावा उन्होंने Mixbit नामक कंपनी की भी स्थापना की जो चल नही सकी. 2019 में स्टीव वापस ताइवान लौट गए और वहीं रहकर काम करने लगे.