जहां जलवायु परिवर्तन आपको मजाक लगता है, लेकिन आज जहां इस श’ख्स का घर था वहां है समंदर

जलवायु परिवर्तन इस समय दुनिया का सबसे बड़ा मुद्दा बन चुका है. मनुष्य की विकास नीति के कारण जलवायु में बड़ा परिवर्तन आया है और इसीलिए गर्मी बढ़ती जा रही है और सर्दी कम हो रही है.

कई लोगों को यह बात बेहद दकियानूसी और मजाक लगती है लेकिन जलवायु परिवर्तन के समक्ष एक बड़ा ख’तरा है.विश्व के कई कोनों में जलवायु परिवर्तन के स्पष्ट प्रभाव देखे जा सकते हैं. वही वैज्ञानिकों ने भी चेतावनी दी है कि कुछ ही सालों में जलवायु परिवर्तन के कारण कई लोगों की रोजी-रोटी पर गहरा प्रभाव पड़ेगा. यह प्रभाव कोरोनावायरस से भी ज्यादा होगा.

इस परिवर्तन का प्रभाव सबसे पहले अमेरिका के अलास्का में देखने को मिला है. इसी कारण अलास्का में समंदर के पास एक सुदूर कस्बे में रहने वाले लोगों के घर आज पानी में डूब चुके हैं. यानी जहां कभी इन लोगों का घर हुआ करता था आज वहां समुद्र तल है.

अलास्का में स्थित सिस मारेक कस्बा अब जलवायु परिवर्तन की चपेट में आ चुका है और इसीलिए यहां स्थित अधिकतर घर पानी में डूब चुके हैं. यह वहां उपस्थित बर्फ के पिघलने के कारण हुआ है. अब सरकार इस पूरे कस्बे को ही कहीं और बसाने की योजना बना रही है लेकिन इतने सारे लोगों को कहीं और जगह शिफ्ट करना एक महंगा सौदा है.

यहां तक कि इस क्षेत्र से गुजरने वाली मुख्य सड़क भी पानी की चपेट में आ चुकी है और अब लोगों के पास कहीं और जाने के लिए केवल हवाई मार्ग ही बचा है. ऐसे में यदि रनवे पर भी पानी भर जाता है तो हवाई यात्रा भी बंद हो जाएगी.

वैज्ञानिकों का दावा है कि यदि जलवायु परिवर्तन के मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया जाता है तो विश्व की हालत खराब हो सकती है. अनुमान है कि आने वाले 5 सालों में ही तटीय क्षेत्रों के पास मौजूद पानी में डूब जाएंगे. इसके साथ ही यह भू’स्खलन और तू’फान को भी न्योता देगा. जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के आवास स्खलित होने की संभावना है.