14 करोड़ में बिके दीपक चाहर को नहीं मिलेगा एक भी पैसा, जानें कैसे काम करता IPL का सैलरी सिस्टम

आई पी एल 2022 के ऑक्शन के लिए खिलाड़ी दीपक चाहर (Deepak chahar) को टीम चेन्नई सुपरकिंग्स(Chennai super kings) ने आने वाले 3 साल के लिए 14 करोड की मोटी रकम के बदले अपनी टीम में शामिल किया था. तेज गेंदबाज दीपक चाहर से टीम को काफी उम्मीदें थी लेकिन अब दीपक चाहर टीम के लिए नहीं खेल पा रहे हैं.

दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि खिलाड़ी दीपक चाहर को वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच t20 में चोट लग गई जिसके कारण उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा और उन्हें बेड रेस्ट पर जाना पड़ा.

स्पष्ट है कि दीपक चाहर की है चोट दीपक चाहर और उनके परिवार के लिए एक आर्थिक समस्या लेकर आया है. क्योंकि दीपक चाहर अब टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं और उन्हें अपनी सालाना सैलरी नहीं मिलेगी. नियमों के तहत फ्रेंचाइजी अब उन्हें किसी प्रकार के पैसे मुहैया नहीं करवाएगी.

आइए जानते हैं किसी खिलाड़ी को टीम फ्रेंचाइजी किस प्रकार भुगतान करती है ?

मित्रों जब किसी टूर्नामेंट का आगाज होता है तो ऑक्शन के समय जिस खिलाड़ी में की किसी कीमत पर नीलामी हो जाती है और वह खिलाड़ी उस कीमत पर खेलने को राजी हो जाता है तो टीम उसे अपना खिलाड़ी घोषित कर देती है.

जिसके तहत नीलामी की रकम उसकी खिलाड़ी की सालाना आय कही जाती है. जैसे कि ऑक्शन के समय दीपक चाहर ने 14 करोड़ में सीएसके में शामिल होने का फैसला किया तो 14 करोड में से सरकारी टैक्स काटकर बाकी रकम फ्रेंचाइजी खिलाड़ी के खाते में जमा कर देती है.

यह इस बात पर निर्भर नहीं करता है कि खिलाड़ी की वजह से कोई मैच जीता जाएगा या नहीं. एक बार नीलामी के पश्चात यदि वह खिलाड़ी टीम के लिए खेलता है तो उसे पैसे देने होंगे. लेकिन ऑक्शन के बाद दीपक चाहर को चोट लग गई जिसके कारण वह टीम का हिस्सा नहीं बन पाए. इसीलिए नियमानुसार उन्हें किसी प्रकार की सैलरी भी नहीं मिल पाएगी.