गुटखा तंबाकू पर साफ-साफ लिखा होता है कि इसका सेवन करने से कैंसर हो सकता है, इसके अलावा उन पर कई ऐसी तस्वीरें भी छपी हुई होती है जिनमें हम गुटखे या तंबाकू का सेवन करने से खराब हुए दांतो और मुंह के तस्वीरें देख सकते है. लेकिन फिर भी यह बात लोगों को समझ नहीं आती और लोग इन खतरनाक चीजों का सेवन करते हैं. जिसके बाद उन्हें इसका गहरा खामियाजा भी भुगतना पड़ता है.
ऐसा ही हुआ है एक 52 वर्षीय टीचर के साथ. दरअसल रामप्रसाद ( बदला हुआ नाम) को पिछले कई सालों से तंबाकू के सेवन की लत थी, वह लगातार 5 सालों से तंबाकू का काफी ज्यादा सेवन कर रहे थे. इसी वजह से उनकी जीभ पर इसका बुरा असर पड़ने लगा और उन्हें जीभ का कैंसर हो गया, जिस वजह से उन्हें बोलने और खाने में भी दिक्कत होने लगी. देखते ही देखते कुछ ही महीनों में उनकी आधी जबान चली गई.
काफी इलाज के बावजूद भी बात नहीं बन रही थी. क्योंकि उनकी जीभ पर कैंसरयस अल्सर हो चुके थे, जिसके बाद उन्होंने बेंगलुरु में बीजीएस ग्लेनीगल्स ग्लोबल अस्पताल में अपना चेकअप करवाने का निश्चय किया. यहां उन्होंने डॉक्टर कार्तिक प्रसाद से संपर्क किया.
डॉक्टर कार्तिक प्रसाद ने उनकी कई जांचें करवाई और बाद में पता चला कि उनकी जीभ का 60% हिस्सा खराब हो चुका है. जिसके बाद उन्होंने सर्जरी करवाने की सलाह दी, रामप्रसाद भी सर्जरी के लिए तैयार हुए. डॉक्टर कार्तिक प्रसाद ने अपनी टीम के साथ मिलकर राम प्रसाद की जीभ की सर्जरी की जिसमें लगभग 10 से 12 घंटे लगे.
इस सर्जरी में दिलचस्प बात यह है कि डॉक्टर की टीम ने रामप्रसाद के बाएं हाथ के फ्री फ्लैप टिश्यू का उपयोग करके नई जीभ बनाकर उनकी सर्जरी की. यह काफी कॉम्प्लिकेटेड स्थिति थी लेकिन फिर भी सर्जरी सफल रही. और रामप्रसाद को वापस एक नई जबान मिली जिसके चलते अब वह आराम से बोल सकते हैं और खाना भी निगल सकते हैं. लेकिन शायद अब उन्हें खाने का वह स्वाद तो नहीं आएगा जो असल जीभ से आता था लेकिन उन्हें दर्द से छुटकारा मिल गया.
डॉक्टर कार्तिक प्रसाद का कहना है कि एक टीचर के लिए बोलने की शक्ति खोना एक बड़ी दिव्यांगता है और अब रामप्रसाद को उससे निजात मिल गई है. उनकी टीम को खुशी है कि उन्होंने इस काम को अंजाम दिया.