धर्म शास्त्रों के अनुसार शिव शंकर भोलेनाथ अपने भक्तों से जितनी जल्दी प्रसन्न होते हैं उतनी ही जल्दी रुठ भी जाते हैं. उनकी कृपा जितनी सुखदाई है उतना ही उनका क्रोध ख’तरनाक है.
आज हमारे चारों और भगवान शिव के कई आराधक और उपासक हैं जो शिव को प्रसन्न करने के लिए सोमवार के व्रत और उनकी पूजा अर्चना करते हैं. इसीलिए यदि आप भगवान शिव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो कुछ ऐसे काम है जो आपको बिल्कुल नहीं करने चाहिए.
शिव शंभू को ना चढ़ाएं यह चीजें :– यदि आप शिव शंकर के कृपा पात्र बनना चाहते हैं तो आपको कुछ चीजों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.भगवान शिव को बेलपत्र बेहद पसंद है इसके अलावा उनकी पूजा-अर्चना में जल अर्पित भी किया जा सकता है. आप भगवान की पूजा के लिए दिया जलाकर प्रार्थना भी कर सकते हैं लेकिन कुछ ऐसे फूल और पत्तियां है जो भोलेनाथ को नहीं चढ़ाए जाते.
उदाहरण के लिए माना जाता है कि केतकी के फूल शिव शंकर को पसंद नहीं है इसके अलावा तुलसी के पत्ते भी शिव शंकर को नहीं चढ़ाए जाते हैं. ना केवल शिव शंकर बल्कि भगवान गणेश को भी केतकी और तुलसी नहीं चढ़ाए जाते हैं.
इस रंग के वस्त्र बिल्कुल ना पहने :–
यदि आप शिव उपासक है तो विशेषकर सोमवार के द्वारा आप काले रंग के वस्त्र बिल्कुल ना पहने. मान्यता है कि काले वस्त्र भगवान शिव और माता पार्वती दोनों को ही नहीं पसंद. यदि आप सोमवार का व्रत करते हैं तो आप कोशिश कीजिए कि आप सफेद वस्त्र पहने.
यदि सफेद वस्त्र नहीं पहनते तो केसरिया, लाल, पीला या हरा रंग अवश्य धारण कर ले. इसके अलावा हल्का आसमानी कलर भी आपके लिए अच्छा हो सकता है लेकिन किसी भी परिस्थिति में काला रंग बिल्कुल भी शुभ नहीं कहा जा सकता.
पूजा अर्चना के अलावा प्रयास करें कि कम से कम सोमवार के दिन आप ओम नमः शिवाय मंत्र का उच्चारण अवश्य करें. आप अपने व्रत के दिन कुछ समय के लिए भगवान शिव की आराधना में ध्यान लगा कर अवश्य बैठे. यह आपके लिए व्रत से ज्यादा फलदाई हो सकता है.