दुल्हन का मंडप में इंतज़ार: पहुंची नौकरी की काउंसलिंग को, सरकारी नौकरी पाकर की विदाई की रस्म

एक जमाना था जब किसी युवती का एकमात्र लक्ष्य उसकी शादी हुआ करता था. एक लड़की की जीवन में उसकी शादी ही सबसे बड़ा और अहम पड़ाव हुआ करता था. लेकिन मित्रों बदलते जमाने में लड़कियों की सोच भी बदल गई है. इसीलिए लड़कियां शादी के बजाय अपने करियर पर ज्यादा ध्यान देने लगी है.

ऐसा ही एक अनोखा मामला उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से सामने आया है जब एक दुल्हन शादी के तुरंत बाद ही अपनी नौकरी की काउंसलिंग के लिए पहुंची, शादी की आधी रस्में बीच में छोड़कर ही दुल्हन को जाना पड़ा.

जानकारी के अनुसार बाराबंकी निवासी प्रज्ञा तिवारी की हाल ही में शादी होनी थी. लेकिन शादी के दूसरे ही दिन उनकी सरकारी नौकरी की काउंसलिंग भी थी. आधी रात को उनकी शादी की सभी तस्वीर शुरू हुई और लगभग 5:00 तक उनकी शादी संपन्न हुई. जिसके बाद विदाई के बजाय प्रज्ञा ने अपनी शादी का जोड़ा बदला और सीधा नौकरी ऑफिस पहुंची.

हाथों में मेहंदी बालों में गजरा और सूट सलवार के साथ प्रज्ञा बीएसए ऑफिस पहुंची जहां अपनी नौकरी की काउंसलिंग करवा कर बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक के पद पर कार्यरत होने के बाद वह वापस घर लौटी. वापस आकर उन्होंने दोबारा अपनी शादी का जोड़ा पहना और फेरों के बाद ही सभी रस्में निभाई.

प्रज्ञा तिवारी का यह जज्बा पूरे गांव के लिए और आसपास के क्षेत्र में रहने वाली सभी लड़कियों के लिए एक मिसाल बना है. यह दिखाता है कि जीवन में महत्वपूर्ण चीजों की भी एक मर्यादा होती है और जीवन में आगे बढ़ना सभी रस्मों से ज्यादा जरूरी है.

अपनी बेटी की शादी और तुरंत ही उनके नौकरी पाए जाने के कारण प्रज्ञा तिवारी के घर वाले भी काफी खुश हैं. साथ ही प्रज्ञा के दूल्हे ने भी धैर्य के साथ उनका सपोर्ट किया और मंडप में उनके लौटने तक का इंतजार किया. यह हमारे बेहतरीन समाज निर्माण के लिए एक अच्छा संदेश है.