मेंटल हेल्थ पर बनी बॉलीवुड की यें फिल्में, जिन्हें देखकर आप भी बना सकते हैं अपनी मेंटल हेल्थ को बेहतर

आज के समय में सबसे बड़ा मुद्दा मेंटल हेल्थ बन गया है. इस बात को माने या ना माने लेकिन युवाओं की सबसे बड़ी समस्या वर्तमान में मेंटल हेल्थ है. आज के युवा सबसे ज्यादा डिप्रेशन और तनाव के शिकार है. लोगों की उम्र भी लगातार घटती जा रही है और दिनोंदिन हार्ट अटैक और इससे जुड़ी बीमारियों से होने वाली मौतों की संख्या भी बढ़ चुकी है.

हार्ट अटैक आने का सीधा सा कारण डिप्रेशन और तनाव है जबकि इस बारे में कोई ज्यादा बात करना नहीं चाहता. बॉलीवुड फिल्मों ने भी आज के परिपेक्ष को देखते हुए कुछ ऐसी फिल्में पेश की है जो मेंटल हेल्थ पर बात करती है.

1-तमाशा :– इम्तियाज अली द्वारा निर्मित फिल्म तमाशा में रणवीर कपूर एक ऐसे लड़के का किरदार निभाते हैं जो अपनी रियल पर्सनैलिटी को ढूंढ रहा होता है. वह अपने आप को दुनिया से कटा हुआ महसूस करता है. पूरी फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह वह अपनी जिंदगी की जंग जीतता है !

2-डियर ज़िंदगी :– इस फिल्म में आलिया भट्ट एक ऐसी लड़की का किरदार निभाती है जो अपनी जिंदगी से काफी परेशान है. इसके लिए वह साइकोलॉजिस्ट से भी मदद लेती है. उसे अपनी जिंदगी में बोरियत फील होती है और शाहरुख खान उसका यह नजरिया बदलने में मदद करते हैं.

3-छिछोरे :– फिल्म छिछोरे आजकल के युवाओं पर बढ़ते नौकरी और पढ़ाई के दबाव को लेकर उनकी स्थिति को दर्शाती है. बहुत बढ़िया तरीके से फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह युवा आजकल नौकरी के लिए परेशान हैं!‌

इस वजह से यह युवाओं के बढ़ते सुसाइड की वजह बताता है. सुशांत सिंह राजपूत इसमें लोगों को डिप्रेशन से दूर रहने की सीख देते हैं लेकिन दुख की बात यह है कि कुछ ही दिनों बाद उन्होंने खुद डिप्रेशन में आकर आत्म’हत्या कर ली थी.

4-जजमेंटल है क्या ? – इस फिल्म में राजकुमार राव एक ऐसी कहानी पेश करते हैं जिसमें एक बच्चे को बचपन से ही मेंटल मेंटल ट्रोमा रहता है. इसी वजह से उसे हर कोई बुरा लगता है. इसी आधार पर यह पूरी फिल्म लोगों के बुरे अनुभवों को उनकी जिंदगी पर पड़ने वाले प्रभाव से जोड़ कर दिखाता है.