बॉलीवुड की बिंदास बुढ़िया ‘जोहरा सहगल’ जिन्होंने अंधी होकर भी जिंदगी को जिया अपने ढंग में: बेहद रोचक है कहानी

बॉलीवुड में कई ऐसे चेहरे हैं जिन्हें हम उनके नाम से बिल्कुल नहीं पहचानते लेकिन हमने कई बार उन चेहरों को पर्दे पर देखा है. ऐसा ही एक नाम है जोहरा सहगल जो अपने उम्र के उस पड़ाव पर भी काम करती रही जहां कोई उठने की हिम्मत भी नहीं करता. वह भी तब जब जिंदगी ने उन्हें बुढ़ापे के अलावा कई और मुश्किलें भी थमा रखी थी.

साल 1912 में सहारनपुर में जन्मी जोहरा का असल नाम साहिबजादी जोहरा बेगम मुमताज उल्लाह खान था. जोहरा बचपन से ही काफी चंचल और विद्रोही स्वभाव की थी. जिसके बाद मात्र 7 साल की अवस्था में जोहरा को मोतियाबिंद के चलते अपनी बांयी आंख गंवानी पड़ी.

लेकिन औरों के विपरीत इस घटना का भी जोहरा के सपनों पर कोई असर नहीं पड़ा और वह अपने सपनों को सच करने के रास्ते चल पड़ी. अपनी स्नातक तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद जोहरा उदयशंकर की नृत्य मंडली में शामिल हो गयी. इस मंडली में शामिल होने के बाद उनका झुकाव कला की तरफ बेहद बढ़ गया और वह जगह जगह की यात्रा करने लगी.

बाद में उन्होंने फिल्मों का रुख किया और एक के बाद एक शानदार फिल्मों में काम किया. आपको बता दें कि एक अभिनेत्री के साथ ही साथ जोहरा ने बतौर कोरियोग्राफर और डांसर भी अच्छा नाम कमाया.

इसी कड़ी के बीच जोहरा ने अपने से 8 साल छोटे कामेश्वर सहगल से शादी भी की और अपने नाम के आगे सहगल लगा दिया. जोहरा ने 1940 के बाद बॉलीवुड में कदम रखा था और खास बात यह है कि उन्होंने अपने उम्र के अंतिम पड़ाव तक कला का साथ नहीं छोड़ा.

10 जुलाई 2014 को जोहरा ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. इस वक्त उनकी उम्र तकरीबन 102 साल थी. उम्र के अंतिम पड़ाव तक भी जोहरा कई प्रोजेक्ट में नजर आई थी और इसी के चलते उन्हें ‘बिंदास बुढ़िया’ का ख़िताब भी मिला था.