इस सिनेमाघर में पिछले 27 साल से चल रही है एक ही फिल्म, लेकिन फिर भी रहता है सिनेमा हाउसफुल

बॉलीवुड के इतिहास में कई ऐसी फिल्में हुई है जिन्हें हर बार बड़े चाव से देखा जाता है भले ही पहले कितनी ही बार क्यों ना देखा हो! ऐसी ही एक फिल्म है दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे यानी DDLJ. जिसमें शाहरुख खान और काजोल की चुलबुली मस्ती के साथ उनके कई रोमांटिक सीन भी देखे जा सकते हैं.

यह फिल्म 20 अक्टूबर 1995 को सिनेमाघरों पर रिलीज हुई थी और आप इसे रिलीज हुए तकरीबन 27 साल होने को है. लेकिन आज भी इस बात में कोई दो राय नहीं है कि फिल्म की एक बड़ी फैन फॉलोइंग है और लोग इसे देखना पसंद काफी ज्यादा करते हैं. लेकिन क्या आप इसे बार-बार सिनेमाघरों में जाकर देखेंगे?

हो सकता है कि आप ऐसा ना करें ! लेकिन बड़ी तादाद में ऐसे कई लोग हैं जो इस फिल्म को केवल सिनेमा घरों में जाकर देखना ही पसंद करते हैं. वहीं एक ऐसा सिनेमा घर भी है जो पिछले 27 साल से इस फिल्म को दिखा रहा है और आज भी यह काम जारी है.

यह सिनेमाघर है मुंबई का मराठा मंदिर. जो इस बात के लिए अब बेहद पॉपुलर हो चुका है कि वह इतने सालों से एक ही फिल्म को दिखा रहा है और सबसे खास बात यह है कि यहां देखने वालों की भीड़ लगी रहती है. दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे देखने के लिए औसतन 70% सिनेमाघर भरा रहता है वहीं छुट्टी वाले दिनों में तो यह अक्सर हाउसफुल हो जाता है.

फिल्म नहीं दिखाने का कर लिया था फैसला

इस विषय में सिनेमाघर के संचालनकर्ताओं का कहना है कि एक समय ऐसा आया था जब उन्होंने फैसला लिया कि अब इस फिल्म को दिखाया नहीं जाएगा. लेकिन उन्हें अंदाजा नहीं था कि इस बात से लोग काफी ज्यादा गुस्सा हो जाएंगे. इस विषय में मनोज देसाई ने आगे कहा कि जब लोगों को यह पता चला कि अब सिनेमाघर में यह फिल्म नहीं दिखाई जाएगी तब ही 40-50 लोगों का एक झुंड सिनेमाघरों में आया. बातचीत में पता चला कि यह लोग फिल्म देखना चाहते हैं.‌

से’क्स वर्कर्स और ट्रांसजेंडर को दी जाती है तवज्जो

बाद में हमें महसूस हुआ कि जब लोगों को इस फिल्म में खासी दिलचस्पी है तो हमें दिखाने में क्या समस्या हो सकती है? एक अहम बात यह भी है कि यहां सिनेमाघर में टिकट के पैसे भी काफी कम लगते हैं साथ ही यहां पर पास के रेड लाइट एरिया की से’क्स वर्कर्स और ट्रांसजेंडर महिलाओं को भी खास तवज्जो दी जाती है. यहां से’क्स वर्कर्स ऑफ ट्रांसजेंडर को लाइन में खड़े रहने की समस्या नहीं देखनी पड़ती.