बॉलीवुड के मशहूर निर्देशक निर्माताओं में से एक महेश भट्ट ने कई बेहतरीन फिल्मों का निर्माण किया है. आज वह एक उम्र दराज व्यक्ति बन चुके हैं लेकिन एक समय ऐसा था जब बॉलीवुड पर उनका ही बोलबाला था. लेकिन महेश भट्ट की छवि हमेशा से कंट्रो’वर्शियल रही है.
आज तक कई बार उन पर कई तरह के इल्जा’म भी लगे हैं और उन्हें कई बार सवालों के कटघरे में खड़ा किया गया है. इसी कड़ी में आज हम महेश भट्ट के जीवन की उस सबसे बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं जिसमें एक समय में खूब सुर्खियां बटोरी थी.
आपको बता दें कि महेश भट्ट ने 1986 में सोनी राजदान से शादी की थी. सोनी राजदान और महेश भट्ट की दो बेटियां हैं जिनके नाम शाहीन भट्ट और आलिया भट्ट है. लेकिन सोनी राजदान से पहले महेश भट्ट ने किरण भट्ट से शादी की थी जिन से उनको दो बच्चे पूजा भट्ट और राहुल भट्ट है.
बेटी पूजा को लेकर गिर गए थे वि’वादों में
शायद आपने इस बारे में पहले भी सुना होगा लेकिन हम आपको बता दें कि महेश भट्ट को अपने जीवन में अपनी बड़ी बेटी पूजा भट्ट के कारण काफी ज्यादा कॉन्ट्रो’वर्सी का शिकार होना पड़ा था. यह बात है 1980 के दशक की जब पूजा भट्ट बॉलीवुड में एक नया चेहरा थी और उन्होंने महज 17 वर्ष की अवस्था में एक अच्छा नाम कमाया था. जिसके चलते उन्हें और भी कई बेहतरीन प्रोजेक्ट मिल चुके थे.
साल 1980 में ही महेश भट्ट ने अपनी बेटी के साथ एक मैगजीन के कवर पेज के लिए फोटो शूट कराया था. इस मैगजीन का नाम था स्टारडस्ट मैगज़ीन. इसके कवर पेज पर महेश भट्ट ने अपनी बेटी पूजा भट्ट के साथ किसिंग पोजीशन में फोटो शूट कराया था.
अपनी खुद की ही सगी बेटी के साथ ऐसी फोटो देख कर महेश भट्ट और पूजा भट्ट को लेकर कई तरह के सवाल पैदा कर दिए थे. इसके बाद चारों तरफ इस बात की जोरों शोरों से चर्चा होने लगी. काफी समय तक यह बात की नहीं तो महेश भट्ट ने एक प्रेस कांफ्रेंस करने का निर्णय ले लिया. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात को और बढ़ा दिया.
दरअसल महेश भट्ट ने लोगों के सवालों का जवाब देने के लिए एक प्रेस कांफ्रेंस का जब आयोजन करवाया तब उन्होंने एक ऐसा बयान दे दिया जिसने आग में घी का काम किया. महेश भट्ट से जब उनकी बेटी पूजा भट्ट को लेकर सवाल पूछे गए तब उन्होंने यह कह दिया कि ‘अगर पूजा उनकी बेटी नहीं होती तो वह अपनी बेटी से शादी कर लेते’! आपको बता दें कि महेश भट्ट के ऐसा बयान देने के बाद से ही उनको जबरदस्त आलोचना का शिकार होना पड़ा था. इसका प्रभाव महेश और पूजा के कैरियर पर भी पड़ा था.
कहा जाता है कि इसके दौरान ही महेश भट्ट डिप्रेशन में चले गए थे. जब लंबे समय तक उनसे इस बात को लेकर सवाल पूछे गए तब उन्होंने यह कह दिया था कि डिप्रेशन के कारण ही उन्होंने ऐसा बयान दे दिया जिसकी सूझ खुद भी नहीं थी. उन्होंने कहा कि शायद वह यह समझ ही नहीं पाए कि उन्हें क्या कहना चाहिए!