नीतू कपूर ने बताया अपना द’र्द, लोगों ने कहा मेरा पति मर गया इसलिए नहीं रह सकती मैं खुश

समाज आज भले ही कितने ही मॉडर्न होने का दावा क्यों न करें लेकिन कुछ बातें ऐसी है जो सदियों से चली आ रही है और उनमें बदलाव की संभावना नहीं दिखाई देती ! ऐसा ही एक उदाहरण है किसी विधवा महिला का जीवन.

किसी महिला का पति गुजर जाता है तो समाज उससे अपेक्षा करता है कि वह हर वक्त शोक मनाए और अपने जीवन की खुशियों का त्याग कर दे. ऐसा नहीं करती है तो उसे बेशर्म और बेहया जैसे शब्दों से नवाजा जाता है.

इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि महिला किस परिवार से ताल्लुक रखती है बल्कि यह धारणा सब ओर चलती है! एक उदाहरण है अभिनेत्री नीतू कपूर अपनी विधवा होने के बाद के एक्सपीरियंस को लोगों के सामने पेश किया है. गौरतलब है कि नीतू कपूर के पति ऋषि कपूर 30 अप्रैल 2020 को इस दुनिया से अलविदा कह गये थे. इसके बाद से उनकी पत्नी नीतू कपूर बिल्कुल अकेली हो गई थी.

एक विधवा की भांति शोक में अपना जीवन कमाने के बजाय उसे इंजॉय करना शुरू किया और वह अक्सर काफी एक्साइटेड नजर आती है. नीतू कपूर सोशल मीडिया पर भी काफी अच्छी है और अपनी कई तस्वीरें अक्सर साझा करती रहती है. जिसके दौरान उन्हें कई प्रकार की भद्दी टिप्पणियों का शिकार भी होना पड़ा है.

नीतू कपूर ने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि उनके पति के गुजरने के बाद वह इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर दी तो लोग उन्हें तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देते हैं. लोग कहते हैं कि इसका पति मर गया है और यह इंजॉय कर रही है. कुछ लोग तो इससे भी भद्दे कमेंट करते हैं. नीतू कपूर कहती है कि वह ऐसे कमेंट्स करने वालों को कई बार ब्लॉक करने पर मजबूर हो जाती है.

शायद हमारा समाज एक महिला की निश्चित छवि बना चुका है और यदि वह अपने जीवन में कुछ करना चाहती है तो समाज उसे इसकी अनुमति नहीं देना चाहता. एक विधवा महिला के खुश होने का अधिकार ही उसकी पति की मृत्यु के साथ खत्म हो जाता है.