16 की उम्र में शुरू किया श’राब पीना “पूजा भट्ट” अपनी बुरी आदत से मरते मरते बची

हमेशा कॉन्ट्रोवर्सी और लोगों के कमेंट्स का शिकार रही महेश भट्ट की बड़ी बेटी पूजा भट्ट का जन्म 24 फरवरी 1972 को मुंबई में हुआ था. बीती 24 फरवरी को पूजा भट्ट ने अपना 50 वां जन्मदिन मनाया है. इस दौरान पूजा भट्ट ने जिंदगी के कहीं अच्छे बुरे अनुभवों को सहा है और शायद अब उससे आगे भी बढ़ी है.

17 साल की उम्र में शुरू किया अपना फिल्मी करियर :–

पूजा भट्ट ने उस समय सफलता के शीर्ष को छुआ था. क्योंकि वह 17 साल की उम्र में ही उन्होंने 1989 में आई फिल्म “डैडी” में अपना बेहतरीन किरदार निभाया था. उनका यह किरदार लोगों को काफी पसंद आया था और फिल्म सुपरहिट रही. जिसके बाद पूजा भट्ट ने उस समय के दिग्गज अभिनेताओं के साथ काम किया था जिनमें आमिर खान, संजय दत्त, शाहरुख खान, अजय देवगन समेत सनी देओल का नाम भी शामिल है.

उन्होंने उस समय की सुपरहिट फिल्मों दिल है कि मानता नहीं, सड़क, सर, हम दोनों, चाहत, जख्म आदि में काम किया था. अपनी बेहतरीन किरदार के लिए उन्हें कई अवार्ड से भी नवाजा गया था.

पिता का बयान बना कॉन्ट्रोवर्सी का कारण :–

सब कुछ बेहद अच्छा चल रहा था लेकिन जिस बात ने पूजा भट्ट का कैरियर सबसे ज्यादा धरा’शाई किया था. वह था एक मैगजीन के शूट के लिए उनकी अपने पिता के साथ की तस्वीर. इसके अलावा पूजा भट्ट के पिता महेश भट्ट ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि यदि पूजा उनकी बेटी नहीं होती तो वह उससे शादी कर लेते.

सभी मुसीबतों को पार करके पूजा भट्ट अपनी जिंदगी में आगे बढ़ी और उन्होंने रणवीर शौरी को अपना पहला प्यार बनाया. पूजा भट्ट और रणवीर शौरी का रिलेशन काफी लंबे समय तक चला और वह काफी समय तक लिव-इन में भी रहे. हालांकि बाद में दोनों अलग हो गए.

किया शादी का फैसला :– आखिरकार पूजा भट्ट ने 2003 में मनीष मुखीजा के साथ शादी का फैसला लिया. मनीष मुखीजा और पूजा भट्ट की शादी लगभग 11 साल चली और 2014 में दोनों का त’लाक हो गया. अपनी शादीशुदा जिंदगी के दौरान पूजा भट्ट लाइमलाइट से थोड़ा दूर ही रही.

हुई डिप्रेशन का शिकार :– पूजा भट्ट ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि जब उनका त’लाक हो गया था तब वह बुरी तरह से डिप्रेशन का शिकार हो गई थी. उस समय उन्हें श’राब पीने की बेहद बुरी ल’त हो गई थी. लेकिन उन्होंने श’राब पीना मात्र 16 वर्ष की अवस्था से ही शुरु कर दिया था जो बाद में जाकर उनके लिए मुसीबत बन गई.

यह उनके लिए इतनी खत’रनाक साबित हो गई कि वह मरने की कगार पर पहुंच गई. आखिरकार उन्होंने इस श’राब से तौ’बा करने का फैसला किया लेकिन यह इतना आसान नहीं रहा. तमाम कोशिशों के बावजूद आखिरकार 2016 में उन्होंने श’राब को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया. यदि वह अलविदा नहीं कहती तो शायद आज हमारे बीच भी नहीं होती.

पूजा भट्ट ने अपनी इस बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि ज्यादातर महिलाएं इसे छुपाने में समझदारी समझती है लेकिन मैं इस मुद्दे पर खुलकर बात करना चाहूंगी. पूजा भट्ट ने कहा कि जब मैंने लोगों के सामने अपनी समस्या खुल कर रखी तो मुझे कई तरह के रिएक्शनस् मिले जिनमें से कुछ ने मेरा हौसला बढ़ाया.