संजय दत्त ने सबके सामने बताया इस वजह से पत्नी और बच्चों के सामने रोना पड़ा था घंटों तक?

बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त एक बार फिर एक्टिंग की दुनिया में शानदार कमबैक कर चुके हैं और वह इन दिनों कई प्रोजेक्ट में काम करते हुए नजर भी आ रहे हैं. हाल ही में उनकी शानदार एक्टिंग kgf2 में देखी गई जिसमें उन्होंने अधीरा का रोल प्ले किया था.

इसीलिए कई लोगों का कहना है कि लंबे समय तक कॉन्ट्रोवर्सी में रहने के बाद अब संजय दत्त एक बार फिर अपने काम में शानदार कमबैक कर चुके हैं ! जिसके बाद संजय दत्त अपनी फिल्म केजीएफ 2 का प्रमोशन करते हुए भी नजर आए हैं. जिसके तहत उन्हें कई रियलिटी शो में भी देखा गया था.

इसी कड़ी में अभिनेता प्रसिद्ध यूट्यूबर रणबीर अल्लाहबादिया के टॉक शो में भी पहुंचे थे. जहां अभिनेता ने अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के बारे में जिक्र किया साथ ही उन्होंने अपने पर्सनल लाइफ की कई परेशानियों के बारे में भी खुलकर बातचीत की.

कैंसर के दौरान संजय दत्त गुजरे इस दौर से

इस कड़ी में अभिनेता ने अपने कैंसर एक्सपीरियंस के बारे में खुलकर बातचीत की और बताया कि जब उन्हें पता चला कि उन्हें कैंसर है तब वह बुरी तरह से टूट गए थे. संजय दत्त ने कहा था कि बाकी सभी शाम की तरह वह सो गए और जब सुबह उठकर कुछ सीढ़ियां चढ़ने लगे तब उन्हें सांस में दिक्कत होने लगी.

यहां तक कि वह गिर भी गए थे. जिसके बाद डॉक्टर को बुलाया गया और सभी यह मानकर चल रहे थे कि उन्हें शायद टीबी की समस्या हो गई है. लेकिन डॉक्टर आए और उसने कई प्रकार के टेस्ट भी करवाएं. सब रिपोर्ट्स बाहर आने के बाद पता चला कि उन्हें फेफड़ों में कैंसर की समस्या हो चुकी है.

संजय दत्त का कहना है कि इस समय वह बुरी तरह से टूट गए थे और इस बात का पता चलते ही वह अपनी पत्नी और बच्चों के सामने बैठकर घंटों भर रोते रहे. वह यह बात सोच कर ज्यादा रो पड़ते कि उनके बाद उनके बच्चों का क्या होगा!

राकेश रोशन ने भी की थी मदद

संजय दत्त बताते हैं कि इस काम में बाद में राकेश रोशन ने भी उनकी मदद की थी और कई अच्छे डॉक्टरों से उनके संपर्क करवाए थे. संजय दत्त का इलाज करने वाले डॉक्टर ने साफ कर दिया था कि कीमोथेरेपी के दौरान उन्हें काफी समस्या भी होगी और उनके बाल भी चले जाएंगे. लेकिन संजय दत्त ने हार नहीं मानी और मुंबई में रहते हुए ही उन्होंने इलाज के साथ ही साथ एक्सरसाइज और खेलकूद को जारी रखा. जिसकी बदौलत ही लंबे इलाज के उपरांत वह कैंसर को हराने में सक्षम हो पाए.