नवरात्रि को लेकर सभी भक्तजनों में उत्सुकता चरम पर है, हम सभी देख सकते हैं कि वातावरण में भी एक अलग प्रकार की खुमारी है. ऐसे में पूजा करने वाले भक्तजन मां के प्रिय रंगों के ही वस्त्र धारण करें तो अति उत्तम. वैसे तो लाल रंग मां का सबसे प्रिय रंग माना गया है इसलिए आप अन्य किसी रंग के ना मिलने के स्थिति में लाल रंग माता को चढ़ा सकते हैं तथा स्वयं भी उसी रंग के वस्त्र धारण कर सकते हैं.
1. माँ शैलपुत्री को पीले रंग के वस्त्र अत्यंत भाते हैं. इसलिए पहले नवरात्रि को आप स्वयं भी पीले रंग के वस्त्र धारण करें एवं मां शैलपुत्री को भी पीले रंग के वस्त्र ही पहनाएं.
2. दूसरा नवरात्र मां ब्रह्मचारिणी का है, इसीलिए दूसरे नवरात्रि को मां ब्रह्मचारिणी का प्रिय रंग हरा आप धारण करें तथा कोशिश करें कि माता को भी हरे रंग के वस्त्र ही पहनाएं.
3. तीसरा नवरात्रा मां चंद्रघंटा को समर्पित है तथा मां चंद्रघंटा को भूरा रंग अत्यंत प्रिय है इसीलिए तीसरे नवरात्रि को भूरे रंग के वस्त्र धारण करें.
4. इस वर्ष चौथा एवं पांचवा नवरात्र एक ही दिन शामिल है. चौथा नवरात्रा मां कुष्मांडा को तथा पांचवा मां स्कंदमाता को समर्पित है. मां कुष्मांडा को नारंगी रंग अत्यंत प्रिय है वही मां स्कंदमाता को सफेद रंग प्रिय है, इसलिए भक्तजन दोनों देवियों की पूजा के समय नारंगी या सफेद रंग के कपड़े धारण कर सकते हैं.
5. पांचवा स्वरूप माता का कात्यायनी स्वरूप है, मां कात्यायनी को लाल रंग के वस्त्र अत्यंत प्रिय है इसलिए आप स्वयं माता की पूजा के समय लाल रंग के वस्त्र धारण करें.
6. कालरात्रि स्वरूप माता का माता का सातवां रूप माना गया है, मां कालरात्रि को नीला रंग अत्यंत प्रिय है. इसलिए इस दिन नीले रंग के वस्त्र धारण करें.
7. सातवा माता महागौरी का नवरात्रा है, माता महागौरी को गुलाबी रंग अत्यंत प्रिय है इसलिए इस दिन गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करें.
8. माता का आखिरी स्वरूप मां सिद्धिदात्री स्वरूप है, इस दिन हम कन्याओं को भोजन तथा माता की महा पूजा के साथ नवरात्रि का समापन करेंगे. माता सिद्धिदात्री को बैंगनी रंग अत्यंत प्रिय है, इसलिए इस दिन बैंगनी रंग के वस्त्र धारण करें. यदि आप चाहें तो सभी माताओं को लाल रंग के वस्त्र पहना सकते हैं परंतु स्वयं यह कोशिश करें कि नवरात्रों के अनुसार ही उसी कलर के वस्त्र पहने.