नवरात्रि में भोजन में क्या खाएँ ? नवरात्रि में खाने सम्बन्धी ये 6 नियम ज़रूर ध्यान रखें..

नवरात्रि में सभी को चिंता रहती है कि वे किस प्रकार से भोजन करें तथा व्रत करने वाले भक्तजन इस प्रकार से व्रत के अंदर अपना फलहार अथवा भोजन लेवे. यह तो हम सभी जानते हैं कि व्रत में भोजन सामान्य भोजन प्रक्रिया से नहीं किया जा सकता यदि सामान्य प्रकार से ही हम खाने का सेवन करेंगे तो वह उपवास किस प्रकार का?

नवरात्रि के लिए भोजन संबंधी कई नियम बताए गए हैं जिनकी एक प्रकार से पालना आवश्यक है.
1. शुद्धता का विशेष ध्यान:- यदि आप नवरात्र का व्रत करते हैं आपको भोजन में विशेष शुद्धता का ध्यान रखना होगा, मतलब आप संपूर्ण शाकाहारी भोजन का ही सेवन करें. किसी प्रकार के फास्टफूड का सेवन ना करें, इसके साथ ही सब्जी में लहसुन, प्याज का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें.

2. व्रत के दिनों में प्रात: काल उठकर सबसे पहले नहाए धोए, उसके बाद स्थापित माता की चौकी की पूजा करने के बाद ही चाय अथवा किसी पदार्थ का सेवन करें, पूजा से पहले आप कुछ भी नहीं पा खा पी सकते हैं, पानी भी नहीं पीना है.

3. सुबह की पूजा के बाद ही आप किसी प्रकार का नाश्ता कर सकते हैं. सुबह के समय ही आप अपनी क्षमता के अनुसार फलों एवं जूस का सेवन कर सकते हैं. व्रत में बार बार भोजन करना निषेध माना गया है माना गया है इसलिए कोशिश करें आप एक ही बार में भरपेट फल हार का सेवन कर सकें.

4. संध्याकालीन पूजा के बाद ही दूसरे भोजन का सेवन करें, बीच में दिन में कुछ भी ना खाने की कोशिश करें. व्रत में अनाज का सेवन निषेध माना गया है. इसके स्थान पर आप कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना आदि उपयोग में ला सकते हैं. आप इनकी रोटी, पकोड़े आदि बना सकते हैं.

5. सुबह सुबह नाश्ते में सूखे मेवों का प्रयोग किया जा सकता है, क्योंकि इन में भरपूर ऊर्जा होती है तथा यह हमारे स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं. फलों में हर प्रकार का मौसमी फल खाया जा सकता है, इसके साथ ही इनका जूस भी लिया जा सकता है. दूध तथा दूध से बनी हुई वस्तुएं जैसे दही, छाछ, पनीर आदि का सेवन किया जा सकता है.

6. मसालों में हर प्रकार के मसाले का प्रयोग बिल्कुल ना करें. नमक में साधारण नमक एवं काले नमक का प्रयोग बिल्कुल ना करें, इसके स्थान पर संपूर्ण व्रत में केवल सेंधा नमक का प्रयोग करें. किसी भी वस्तु में सेंधा नमक काली मिर्ची तथा हरी मिर्ची का प्रयोग किया जा सकता है, इनके अलावा किसी गरम मसाले अथवा मिर्ची का प्रयोग ना करें.

लेकिन यदि फिर भी बहुत आवश्यक हो जाए तथा किसी व्यक्ति की तबीयत खराब होने लगे तो उसे दिन में बीच में भी फलों का सेवन कर लेना चाहिए, इसके अलावा वह नारियल पानी का भी प्रयोग कर सकता है ताकि वह पूरे दिन ऊर्जावान महसूस कर सकें.