नवरात्र बस शुरू होने को ही है ऐसे में घर का और उसके आसपास का शुद्धिकरण अत्यंत आवश्यक है. नवरात्र शुरू होने से पहले अपने घर के एवं आसपास की सफाई तो अवश्य करनी है, इसके साथ ही घर में कुछ अनावश्यक वस्तुएं होती है जिनका भी मां आदिशक्ति की पूजा के दौरान उपस्थित होना ठीक नहीं है.
नवरात्र कोई सामान्य दिन नहीं होते हैं इनमें मां आदिशक्ति का महा पूजन किया जाता है जिससे हर कोई भक्त मां आदिशक्ति की कृपा दृष्टि प्राप्त करने को लालायित होता है. यदि आप घर में माता की चौकी स्थापित करने जा रहे हैं तो उससे पहले आपको अपने घर की ये निम्न वस्तुएं बाहर फेंकनी अत्यंत आवश्यक है.
1. नवरात्र के दौरान खाने में किसी प्रकार के लहसुन, प्याज, अंडे या मांस आदि का सेवन नहीं करना है. यदि आपके घर में भी प्यास लहसुन या अंडे रखे हुए हैं तो तुरंत उन्हें बाहर फेंके, उसके बाद घर की गंगाजल या गोमूत्र छिड़काव करके सफाई करें.
2. घर में जितना भी बेकार पड़ा सामान है, या घर में कहीं कबाड़ इकट्ठा किया हुआ है विशेषकर उत्तर दिशा में तो उसे तुरंत ही कबाड़ी वाले को भेज दें अथवा घर से बाहर कर दें. पुराने जूते चप्पल आदि को भी घर से बाहर फेंक दें.
3. नवरात्र के पहले ही मंदिर की अच्छी तरह से साफ सफाई कर ले मंदिर के अंदर यदि पुरानी माला है टूटी हुई मूर्तियां और इसके साथ ही खाली माचिस की डिबिया रखी हुई है तो उन्हें बाहर फेंक दें तथा टूटी मूर्ति को किसी नदी में प्रवाहित कर दें.
4. मंदिर के बाद घर की सबसे पवित्र जगह रसोईघर ही मानी जाती है, रसोई घर में मां अन्नपूर्णा का वास माना गया है इसलिए रसोईघर को नवरात्रि से पहले अच्छी तरह से साफ सुथरा बना ले. यदि रसोई घर में किसी प्रकार का कोई खराब पदार्थ रखा हुआ है, जैसे कि खराब अचार, टोमेटो सॉस तो आप सभी वस्तुओं को बार फेंक दे.
5. घर के मुख्य दरवाजे को अच्छी तरह से सजाएं, यदि कोई घर के दरवाजे आवाज कर रहे हैं तो उन्हें मिट्टी का तेल या सरसों का तेल दें जिससे वह आवाज करनी बंद करें.
6. घर में यदि कहीं भी मकड़ी के जाले दिखाई देते हैं तो तुरंत ही सभी मकड़ी के जाल को हटा दें मकड़ी का जाला किसी प्रकार से घर में शुभ नहीं माना गया है.
7. घर में यदि किसी भी प्रकार से बंद या खराब घड़ी लगाई हुई है या रखी हुई है तो उसे तुरंत ही बाहर फेंक दें उसके स्थान पर आप या तो घड़ी को ठीक करवा ले या नहीं घड़ी खरीद ले. क्योंकि घड़ी समय चक्र का प्रतीक है, उसका नियमित चलना आवश्यक है.